ब्रिटिश खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि संभवत परमाणु आयुध वाले विमान वाहक पोतों को नष्ट करने के लिये 1960 के दौर में इस्तेमाल की जाने वाली भारी पोत रोधी मिसाइलों का इस्तेमाल रूसी बमवर्षक यूक्रेन में जमीनी लक्ष्यों के खिलाफ कर रहे हैं। परंपरागत आयुध के साथ 5.5 टन की केएच-22 मिसाइलों का इस्तेमाल किसी लिहाज से ठीक नहीं है।