कभी राजनीतिक पार्टियों के लिए जीत का मंत्र गढ़ने वाले प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में एक र्शीष राजनीतिज्ञ हुआ करते थे। नीतीश के खिलाफ बयानबाजी के बाद बाहर किए गए प्रशांत से नीतीश ने मुलाकात की। किनारा करना ही नीतीश कुमार के सामने अंतिम विकल्प बच गया था उसी प्रशांत से मुलाकात क्यों? सवाल ये भी कि आखिर ये मुलाकात यूपी चुनाव के बाद के नए बनने वाले नए राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखी गई मुलाकात है या सिर्फ एक मुलाकात?