बिट्टा ने सबसे पहले अपने दोस्त और नौजवान कारोबारी सतीश कुमार टिक्कू (Satish Kumar Tikko Murder) को मौत के घाट उतारा। टिक्कू को उसके घर के सामने गोलियों से भून दिया गया था। कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बिट्टा श्रीनगर की सड़कों पर घूमा करता था और कश्मीरी हिंदू नजर आते ही पिस्टल निकालकर मार देता था। 1991 के एक टीवी इंटरव्यू में उसने '20 से ज्यादा कश्मीरी हिंदुओं की हत्या' की बात कबूली।