उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद क्या राज्य की मुस्लिम राजनीति करवट बदल रही है? क्या समाजवादी पार्टी (एसपी) को एकतरफा मतदान करने वाले मुसलमान किसी नए विकल्प के बारे में सोचने लगे हैं? यह सवाल उठने लगा है कि बीजेपी को चुनाव में एसपी नहीं हरा सकती। फिर मुस्लिमों के लिए अखिलेश यादव की पार्टी का कोई विकल्प है? यही नहीं यह प्रश्न मुसलमानों के बीच से पूछा जा रहा है कि क्या अखिलेश उनसे दूरी बनाकर चल रहे हैं या वह हिंदू मतदाताओं के लिए मुसलमानों से दूरी का दिखावा कर रहे हैं?