एनसीपी प्रमुख शरद पवार का यह बयान वैसे तो सामान्य है कि वह मोदी या बीजेपी विरोधी किसी गठबंधन का नेतृत्व नहीं करेंगे लेकिन गठबंधन बनता है तो मदद करेंगे, लेकिन मौजूदा माहौल में इस पर ध्यान देने की जरूरत है। अनेक विरोधी नेता सत्ता से बीजेपी को हटाना चाहते हैं, पर नेतृत्व की दावेदारी से बचते हैं। क्यों ? उन्हें नरेंद्र मोदी को लेकर जनता की सोच का धीरे-धीरे एहसास हो गया है। चुनाव चाहे केंद्र का हो या राज्य का या स्थानीय निकाय का, मोदी बड़े मुद्दे के रूप में सर्वत्र उपस्थित हैं। यह असाधारण स्थिति है, जो पिछले छह दशकों से ज्यादा समय से नहीं देखी गई।