कई सालों से बन रहा है तनाव हिंदुओं और मुसलमानों के बीच, सो जो लोग ‘कश्मीर फाइल्स’ पर सारा दोष डाल रहे हैं दरारें पैदा करने का, वे गलत हैं। हां, यह जरूर है कि चूंकि दरारें पहले से थीं, आज सिनमाघरों में हम सुन रहे हैं सांप्रदायिक नारे और मुसलमानों से बदला लेने की बातें कश्मीरी पंडितों की तरफ से। इस पिक्चर ने कई सारे पुराने जख्म खोल दिए हैं, लेकिन खुले हैं इसलिए, क्योंकि अभी तक भरे नहीं थे। सवाल यह है कि अब क्या होगा?