अपने समय से संवाद करतीं राम जन्म पाठक की कविताएं समकालीन यथार्थ से सीधे मुठभेड़ करती हैं और युग का यथार्थ रचकर उससे निपटने की युक्ति भी बताती हैं। ये कविताएं, कविता के लिए कविता न होकर समाज और मनुष्यता के पक्ष में लिखी गई कविताएं हैं, जो एक जीवन में नए जीवन की तलाश करती हैं। चर्चित आलोचक और कवि श्रीरंग की समीक्षा...
The post काव्य-संग्रह “डूबता है एक सितारा और” कविता में समय और समाज की व्यथा-कथा appeared first on Jansatta.
2024-09-19 04:44:00